Uttarakhand : CBI जांच की संस्तुति के बाद सामने आया त्रिवेंद्र रावत
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच की मंजूरी मिलने पर हरिद्वार सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला छात्रों, युवाओं और अभिभावकों के विश्वास को बनाए रखने के लिए जरूरी था। रावत ने पहले भी अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की थी। उनका मानना है कि इससे परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता सुनिश्चित होगी और लोगों का सरकार पर भरोसा बढ़ेगा।
त्रिवेंद्र सिंह रावत का बयान
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने बयान में कहा कि UKSSSC पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच उनकी शुरू से ही मांग थी। उन्होंने कहा:
- यह मामला सीधे छात्रों, युवाओं और अभिभावकों के विश्वास से जुड़ा है
- परीक्षा की पारदर्शिता पर कोई आंच नहीं आनी चाहिए
- युवाओं के संघर्ष पर न आरोप लगाया जा सकता है, न शंका की जा सकती है
युवाओं के आंदोलन का समर्थन
रावत ने युवाओं के आंदोलन का खुलकर समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि युवा उनके परिवार के बच्चे हैं और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। उन्होंने सरकार से मांग की थी कि वह इस मामले को गंभीरता से ले।
सीबीआई जांच का स्वागत
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा सीबीआई जांच की संस्तुति के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राहत जताई। उन्होंने कहा कि इस फैसले से:
- छात्रों और अभिभावकों का सिस्टम पर विश्वास बना रहेगा
- सरकार की छवि में सुधार होगा
- परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता बढ़ेगी
रावत ने उम्मीद जताई कि सीबीआई जांच से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने में मदद मिलेगी और परीक्षा प्रणाली में सुधार होगा।
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