प्रभु श्रीराम के जन्म-बाल लीलाओं का किया वर्णन: छोटे भाइयों के साथ
बलिया के टीडी कॉलेज मैदान में चल रही श्रीराम कथा के दूसरे दिन प्रेम भूषण जी महाराज और राजन जी महाराज ने कथा सुनाई। प्रेम भूषण जी ने श्रीराम के जन्म और बाल लीलाओं का वर्णन किया, जबकि राजन जी ने भक्तिमय संगीत से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कथा प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के संकल्प से आयोजित की गई है। इस आयोजन से स्थानीय लोगों में धार्मिक भावना का संचार हुआ और भक्ति की लहर दौड़ गई।
प्रेम भूषण जी महाराज की कथा
प्रेम भूषण जी महाराज ने अपनी कथा में श्रीराम के जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने श्रीराम के जन्म, बाल लीलाओं और विभिन्न संस्कारों का विस्तृत वर्णन किया। कथावाचक ने बताया कि भगवान का चूड़ामणि संस्कार उनके छोटे भाइयों के साथ संपन्न हुआ।
- श्रीराम के छोटे-छोटे कदमों पर माताओं के भावों का मार्मिक चित्रण
- माता कौशल्या को भगवान के विराट रूप के दूसरी बार दर्शन की कथा
- श्रीराम के विभिन्न संस्कारों का वर्णन
राजन जी महाराज का संगीतमय प्रस्तुतीकरण
राजन जी महाराज ने कथा के दौरान अपने भक्तिमय संगीत और भजनों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके गीतों को सुनकर श्रद्धालु भक्ति की सरिता में सराबोर हो गए। ‘राजाजी गहनवा दे द’ जैसे कई भक्ति गीत सुनाए गए, जिन पर लोग झूमने लगे।
कथा में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के अनुज धर्मेंद्र सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने व्यास पीठ का पूजन किया। कथा में अनिल पांडेय, अवनीश शुक्ल, अशोक सिंह, सुरजीत सिंह, अमरीश पांडेय और हर्ष सिंह समेत कई श्रद्धालु उपस्थित रहे। यह आयोजन स्थानीय समुदाय में धार्मिक एकता और भक्ति भावना को बढ़ावा देने में सफल रहा।
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