जमीनी विवाद का मामला: भुसावर थाने में तैनात था एएसआई, रिश्वत लेने
भरतपुर के भुसावर थाना क्षेत्र में एक जमीनी विवाद मामले में रिश्वत लेने के आरोप में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने सोमवार को एक सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) को गिरफ्तार किया। एएसआई उदय सिंह ने परिवादी के पक्ष में जांच करने के लिए 40,000 रुपये की मांग की थी। उन्होंने अनोखे तरीके से एक पेड़ के पत्ते पर रकम लिखकर परिवादी को दी। बाद में, रिश्वत लेने के दौरान एसीबी ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। यह घटना भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई का एक उदाहरण है।
रिश्वत मांगने का अनोखा तरीका
एएसआई उदय सिंह ने रिश्वत मांगने के लिए एक अजीब तरीका अपनाया। जब परिवादी बार-बार पूछता रहा कि कितने पैसे चाहिए, तो एएसआई ने:
- पास के करंज के पेड़ का एक पत्ता तोड़ा
- उस पर ’40 हजार रुपये’ लिखा
- पत्ता मोड़कर परिवादी की ओर फेंका
- चेतावनी दी कि देर मत करना, वरना काम बिगड़ जाएगा
एसीबी की कार्रवाई
एसीबी ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित सिंह के नेतृत्व में यह कार्रवाई की। एएसआई ने परिवादी को बयाना के झामरी गांव में रिश्वत लेने के लिए बुलाया। जैसे ही उसने पैसे लिए, एसीबी की टीम सक्रिय हो गई। आरोपी ने पैसे फेंककर भागने की कोशिश की, लेकिन एसीबी ने उसे लुधावाई टोल के पास दबोच लिया।
एएसआई का बचने का प्रयास
गिरफ्तारी से बचने के लिए एएसआई ने खतरनाक बाइक रेस की। उसने झामरी गांव से लुधावई टोल तक 26 किलोमीटर की दूरी महज 14 मिनट में तय की, जिसमें उसकी बाइक की रफ्तार 100-110 किमी प्रति घंटा तक पहुंच गई। एसीबी की दो गाड़ियों ने उसका पीछा किया, लेकिन वह बचने में कामयाब नहीं हो सका। यह घटना भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकेत देती है।
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