आरक्षक रामनारायण के नॉमिनी को मिला एक करोड़: पुलिस सैलरी पैकेज
बिलासपुर में एक दुर्घटना में जान गंवाने वाले पुलिस आरक्षक रामनारायण सिंह के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। यह राशि पुलिस सैलरी पैकेज के तहत दी गई, जो सड़क दुर्घटना में मृत्यु के मामले में सुरक्षा प्रदान करता है। भारतीय स्टेट बैंक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त रूप से यह चेक सौंपा। इस कदम से पुलिसकर्मियों के परिवारों को वित्तीय सुरक्षा मिलने की उम्मीद है, जो अपने कर्तव्य के दौरान जोखिम का सामना करते हैं।
दुर्घटना का विवरण और बीमा प्रक्रिया
आरक्षक रामनारायण सिंह की 5 अप्रैल को कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम सेंदरी में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। इस घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और मामले को दर्ज किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर, पुलिस विभाग ने बीमा राशि के लिए आवश्यक कार्रवाई की।
- मृतक आरक्षक का नंबर 558 था
- पुलिस विभाग ने SBI के साथ पुलिस सैलरी पैकेज के लिए अनुबंध किया है
- इस पैकेज में दुर्घटना में मृत्यु पर अधिकतम 1 करोड़ रुपये का प्रावधान है
परिवार को मिली आर्थिक सहायता
भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक ने मृतक की पत्नी पूनम सिंह ठाकुर और पुत्र सुरेंद्र सिंह ठाकुर को एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा। यह राशि पुलिस सैलरी पैकेज के तहत दी गई, जिसमें दुर्घटना, स्थायी विकलांगता या मृत्यु के मामले में बीमा का प्रावधान है।
पुलिस सैलरी पैकेज का महत्व
यह घटना पुलिस सैलरी पैकेज के महत्व को उजागर करती है। यह पैकेज पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है, जो अपने कर्तव्य के दौरान जोखिम का सामना करते हैं। इस तरह की पहल से पुलिस बल के मनोबल को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, क्योंकि वे जानते हैं कि उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित है।
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