भारत में बढ़ता डिजिटल भुगतान: UPI लेनदेन में रिकॉर्ड वृद्धि
भारत में डिजिटल भुगतान क्षेत्र तेजी से विकास कर रहा है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) पर लेनदेन की संख्या और मूल्य में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। अक्टूबर 2023 में UPI लेनदेन 11 बिलियन से अधिक हो गए, जो पिछले वर्ष की तुलना में 60% की वृद्धि दर्शाता है। इस वृद्धि का श्रेय सरकार की डिजिटल इंडिया पहल, स्मार्टफोन की बढ़ती पहुंच और कोविड-19 महामारी के दौरान कैशलेस लेनदेन की बढ़ती मांग को दिया जा सकता है।
UPI लेनदेन में उल्लेखनीय वृद्धि
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2023 में UPI प्लेटफॉर्म पर 11.24 बिलियन लेनदेन दर्ज किए गए। यह संख्या पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 60% अधिक है। इसके अलावा, इन लेनदेन का कुल मूल्य 17.16 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो एक साल पहले की तुलना में 48% की वृद्धि दर्शाता है।
- अक्टूबर 2023: 11.24 बिलियन UPI लेनदेन
- कुल मूल्य: 17.16 लाख करोड़ रुपये
- वार्षिक वृद्धि: लेनदेन संख्या में 60%, मूल्य में 48%
वृद्धि के प्रमुख कारक
इस उल्लेखनीय वृद्धि के पीछे कई कारक हैं। डिजिटल इंडिया अभियान के तहत सरकार द्वारा डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के प्रयास महत्वपूर्ण रहे हैं। साथ ही, देश में स्मार्टफोन और इंटरनेट की बढ़ती पहुंच ने भी UPI के उपयोग को बढ़ाया है। कोविड-19 महामारी के दौरान कैशलेस लेनदेन की आवश्यकता ने भी लोगों को डिजिटल भुगतान की ओर प्रेरित किया।
UPI की बढ़ती लोकप्रियता का प्रभाव
UPI की बढ़ती लोकप्रियता का व्यापक प्रभाव देखा जा रहा है। छोटे व्यापारियों और दुकानदारों ने भी बड़े पैमाने पर UPI को अपनाया है, जिससे डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला है। बैंकिंग क्षेत्र में भी बदलाव आया है, जहां बैंक अब UPI-आधारित सेवाओं पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। हालांकि, इस तेज वृद्धि के साथ साइबर सुरक्षा चुनौतियां भी बढ़ी हैं, जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है। कुल मिलाकर, UPI की सफलता भारत के वित्तीय समावेशन और डिज
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