प्रसिद्ध रंगकर्मी यशवंत सरदेशपांडे का निधन, कन्नड़ रंगमंच को गहरा
29 सितंबर 2025 को प्रख्यात रंगकर्मी यशवंत सरदेशपांडे का निधन हो गया। वे 'नगेया सरदार' के नाम से मशहूर थे। उन्होंने नाटककार, अभिनेता और निर्देशक के रूप में कन्नड़ रंगमंच को समृद्ध किया। उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ। उनके जाने से पूरे देश में शोक की लहर है। उनके परिवार में पत्नी मालती सरदेशपांडे और एक बेटी हैं। यशवंत सरदेशपांडे की अचानक मृत्यु से कन्नड़ रंगमंच को बड़ा नुकसान हुआ है। यशवंत सरदेशपांडे का जीवन और कार्य यशवंत सरदेशपांडे का जन्म बीजापुर जिले के उक्काली गांव में हुआ था। उन्होंने निनासम थिएटर स्कूल से रंगमंच में डिप्लोमा किया और बाद में न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय से सिनेमा और नाटक लेखन में सर्टिफिकेट कोर्स किया। उन्होंने 60 से अधिक नाटकों
यशवंत सरदेशपांडे का जीवन और कार्य
यशवंत सरदेशपांडे का जन्म बीजापुर जिले के उक्काली गांव में हुआ था। उन्होंने निनासम थिएटर स्कूल से रंगमंच में डिप्लोमा किया और बाद में न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय से सिनेमा और नाटक लेखन में सर्टिफिकेट कोर्स किया। उन्होंने 60 से अधिक नाटकों का निर्देशन किया जिनके 500 से ज्यादा प्रदर्शन हुए।
- उनका सबसे लोकप्रिय नाटक ‘ऑल द बेस्ट’ था जिसके सैकड़ों शो हुए
- उन्होंने कई फिल्मों और टीवी शो में भी काम किया
- उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया
उनके प्रमुख नाटक और पुरस्कार
यशवंत सरदेशपांडे के कुछ प्रसिद्ध नाटक हैं – राशिचक्र, ओलावे जीवना शक्षत्कारा, नीनानाद्रे नानीनेना आदि। उन्हें आर्यभट्ट पुरस्कार (2003), मयूर पुरस्कार (2005), अभिनय भारती पुरस्कार (2008) जैसे कई सम्मान मिले।
उनके निधन पर शोक
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने यशवंत सरदेशपांडे के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरदेशपांडे कन्नड़ रंगमंच के प्रसिद्ध कलाकार और लोकप्रिय नाटककार थे। उनके निधन से कन्नड़ रंगमंच को बड़ी क्षति हुई है। उनके परिवार ने अभी तक अंतिम संस्कार की जानकारी नहीं दी है।
स्रोत: लिंक
