मन की बात में पीएम मोदी ने दी लता मंगेशकर और जुबीन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 सितंबर, 2025 को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में भारतीय संगीत की दो महान हस्तियों – लता मंगेशकर और जुबीन गार्ग को याद किया। लता दीदी की 96वीं जयंती और जुबीन गार्ग के असामयिक निधन के बाद यह श्रद्धांजलि दी गई। पीएम ने लता जी के देशभक्ति गीतों और संस्कृति से जुड़ाव की सराहना की। उन्होंने जुबीन गार्ग को “असमिया संस्कृति का कोहिनूर” बताते हुए उनके योगदान को याद किया। मोदी ने लता जी के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों का भी जिक्र किया।
लता मंगेशकर: भारत की कोकिला
प्रधानमंत्री ने लता मंगेशकर के गीतों की भावनात्मक शक्ति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “लता दीदी के गीतों में वह सब कुछ है जो मानवीय भावनाओं को छूता है। उनके देशभक्ति गीतों ने लोगों को प्रेरित किया।” मोदी ने लता जी के वीर सावरकर के प्रति सम्मान का भी उल्लेख किया, जिन्हें वे ‘तात्या’ कहती थीं।
- लता जी ने कई वीर सावरकर के गीत गाए
- पीएम ने लता जी के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों का खुलासा किया
- लता जी हर साल पीएम को राखी भेजती थीं
पीएम मोदी के साथ लता जी का संबंध
प्रधानमंत्री ने बताया कि उनका लता दीदी के साथ स्नेह का बंधन हमेशा बना रहा। उन्होंने खुलासा किया कि मराठी सुगम संगीत के महान व्यक्तित्व सुधीर फड़के ने उन्हें लता दीदी से मिलवाया था। मोदी ने कहा, “मैंने उन्हें बताया कि मुझे उनका गाया और सुधीर फड़के जी द्वारा संगीतबद्ध गीत ‘ज्योति कलश छलके’ बहुत पसंद है।”
जुबीन गार्ग: असमिया संस्कृति का कोहिनूर
प्रधानमंत्री ने जुबीन गार्ग के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “जुबीन गार्ग एक प्रसिद्ध गायक थे जिन्होंने पूरे देश में अपनी पहचान बनाई। उनका असमिया संस्कृति से गहरा जुड़ाव था।” मोदी ने जोर देकर कहा कि जुबीन गार्ग की याद और संगीत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। 52 वर्षीय गायक का हाल ही में एक स्कूबा डाइविंग दुर्घटना में निधन हो गया था, जिससे प्रशंसक और संगीत जगत स्तब्ध रह गए।
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