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कौन थे बिहार के पहले मुख्यमंत्री, पीएम से बन गए थे सीएम

  • Sushant 
  • Bihar
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कौन थे बिहार के पहले मुख्यमंत्री, पीएम से बन गए थे सीएम

बिहार के राजनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण नाम है श्री कृष्ण सिंह, जिन्हें ‘श्री बाबू’ के नाम से भी जाना जाता था। वे स्वतंत्र भारत के बिहार राज्य के पहले मुख्यमंत्री थे। श्री सिंह न केवल बिहार के लिए बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक प्रमुख नेता थे। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भूमिका निभाई और आजादी के बाद देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के साथ मिलकर काम किया। उनका कार्यकाल बिहार के विकास और राजनीतिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण रहा।

श्री कृष्ण सिंह का राजनीतिक सफर

श्री कृष्ण सिंह का राजनीतिक जीवन बेहद रोचक रहा। वे न सिर्फ एक कुशल प्रशासक थे, बल्कि स्वतंत्रता सेनानी भी थे। उनकी नेतृत्व क्षमता और लोकप्रियता के कारण उन्हें बिहार का पहला मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त हुआ। श्री बाबू के रूप में लोकप्रिय, उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण फैसले लिए।

  • स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भागीदारी
  • बिहार के पहले मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्ति
  • पंडित नेहरू के साथ मिलकर राष्ट्र निर्माण में योगदान
  • बिहार के विकास के लिए महत्वपूर्ण नीतियां

श्री बाबू का लोकप्रिय व्यक्तित्व

श्री कृष्ण सिंह को लोग प्यार से “श्री बाबू” कहकर पुकारते थे। यह उपनाम उनके सरल स्वभाव और लोगों के प्रति समर्पण को दर्शाता है। उनकी लोकप्रियता का एक बड़ा कारण उनका जनता से सीधा संवाद था। वे हमेशा आम लोगों की समस्याओं को समझने और उनका समाधान करने के लिए तत्पर रहते थे।

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बिहार की राजनीति में श्री कृष्ण सिंह का योगदान

श्री कृष्ण सिंह ने बिहार की राजनीति और प्रशासन में अमिट छाप छोड़ी। उन्होंने राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास पर विशेष ध्यान दिया। उनके नेतृत्व में बिहार ने कई क्षेत्रों में प्रगति की। श्री बाबू ने शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुधार के लिए कई पहल की। उनके कार्यकाल के दौरान बिहार में बुनियादी ढांचे का विकास हुआ और राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई।

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