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मुजफ्फरपुर के मनोकामना देवी मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना: महासप्तमी

  • Sushant 
  • Bihar
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मुजफ्फरपुर के मनोकामना देवी मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना: महासप्तमी

मुजफ्फरपुर के भीखनपुरा स्थित मनोकामना देवी मंदिर में शारदीय नवरात्रि की सप्तमी पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। मंदिर में 56 वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार विशेष पूजा पंडाल का निर्माण किया गया है। सप्तमी से नवमी तक यहाँ भक्ति का विशेष माहौल रहता है। मंदिर को फूलों, झालरों और रंगीन लाइटों से सजाया गया है। यह मंदिर न केवल मुजफ्फरपुर बल्कि आसपास के जिलों और दूर-दराज के क्षेत्रों से भी हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।

मंदिर की विशेष तैयारियाँ और परंपरा

मनोकामना देवी मंदिर में इस वर्ष नवरात्रि के लिए खास तैयारियाँ की गई हैं। मंदिर के प्रधान पुजारी रमेश मिश्रा ने बताया कि यहाँ लगभग 56 वर्षों से नवरात्रि पर भव्य पूजा-अर्चना और विशेष पंडाल निर्माण की परंपरा चली आ रही है। हर साल अलग-अलग थीम पर पूजा-पंडाल बनाया जाता है, जो इस उत्सव को और भी विशेष बनाता है।

  • 56 वर्षों से चली आ रही नवरात्रि पूजा की परंपरा
  • हर साल अलग थीम पर बनता है पूजा पंडाल
  • सप्तमी से नवमी तक विशेष भक्ति का माहौल
  • फूलों, झालरों और रंगीन लाइटों से सजाया गया मंदिर

भक्तों की आस्था और मान्यताएँ

मनोकामना देवी मंदिर में एक विशेष मान्यता है कि यहाँ सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने पर भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है। यही कारण है कि नवरात्रि के अवसर पर न केवल मुजफ्फरपुर से, बल्कि आसपास के जिलों और दूर-दराज के क्षेत्रों से भी हजारों श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं।

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भक्तों का उत्साह और मंदिर का वातावरण

सप्तमी के दिन से ही सुबह से मंदिर में भक्तों का तांता लगा हुआ है। मंदिर परिसर माता के जयकारों से गूंज रहा है, जो एक भक्तिमय वातावरण का निर्माण कर रहा है। मंदिर समिति के सदस्य लगातार व्यवस्था और सेवा में लगे हुए हैं ताकि सभी श्रद्धालुओं को सुविधाजनक दर्शन और पूजा का अवसर मिल सके। यह उत्सव न केवल धार्मिक महत्व का है, बल्कि स्थानीय समुदाय के लिए एकता और सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करने का भी एक माध्यम है।

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