इंतजार… रिजल्ट के 60 दिन बाद भी काउंसिलिंग नहीं: 35 हजार छात्रों
मध्य प्रदेश में नर्सिंग और फार्मेसी प्रवेश परीक्षाओं के नतीजे जारी होने के 60 दिन बाद भी काउंसलिंग शुरू नहीं हुई है। मई-जून में हुई इन परीक्षाओं में करीब 35,000 छात्रों ने हिस्सा लिया था। जुलाई के अंत में नतीजे आने के बाद अगस्त या सितंबर की शुरुआत में काउंसलिंग शुरू होने की उम्मीद थी। लेकिन अब तक कोई सूचना नहीं मिली है। इस देरी से छात्रों में चिंता बढ़ रही है और कॉलेजों को खाली सीटों की आशंका है।
परीक्षा और नतीजों का विवरण
नर्सिंग और फार्मेसी की प्रवेश परीक्षाएं मई और जून 2023 में आयोजित की गईं। इनमें शामिल हुए:
- बीएससी नर्सिंग: 30,243 छात्र (29 मई को)
- पोस्ट बेसिक और एमएससी नर्सिंग: 4,896 छात्र (5 जून को)
- फार्मेसी: परीक्षा जून में हुई
सभी परीक्षाओं के नतीजे 30 जुलाई 2023 तक घोषित कर दिए गए थे। इसके बाद अगस्त के अंत या सितंबर की शुरुआत में काउंसलिंग शुरू होने की उम्मीद थी।
उपलब्ध सीटों की संख्या
मध्य प्रदेश में नर्सिंग और फार्मेसी के लिए कुल 21,100 से अधिक सीटें उपलब्ध हैं:
- बीएससी नर्सिंग: लगभग 7,600 सीटें
- एमएससी नर्सिंग: 1,000 सीटें
- जीएनएम और पोस्ट बेसिक: करीब 2,500 सीटें
- फार्मेसी (बी.फार्मा और डी.फार्मा): 10,000 से अधिक सीटें
देरी के कारण और प्रभाव
निजी महाविद्यालय संगठन के संयोजक राजीव गुप्ता ने इस देरी पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि लंबी प्रतीक्षा से छात्र अन्य कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं, जिससे इन कोर्सों की सीटें खाली रह सकती हैं। उन्होंने जल्द से जल्द काउंसलिंग शुरू करने की मांग की है। हालांकि, अभी तक सरकार की ओर से इस देरी के कारणों या काउंसलिंग की तारीखों के बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है।
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