चित्रकला प्रतियोगिता में स्टूडेंट्स ने उत्साह से बनाई पेंटिंग: युवा
जयपुर के जवाहर कला केंद्र में सोमवार को ‘विकसित भारत’ विषय पर एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार और राजस्थान सरकार के कला विभाग द्वारा आयोजित सांस्कृतिक सृजन पखवाड़े का हिस्सा थी। प्रतिभागियों ने ‘विकसित भारत के रंग, कला के संग’ थीम पर अपनी कलाकृतियाँ प्रस्तुत कीं। इस प्रतियोगिता में राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट की मनशिका सिंह चौहान ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। यह आयोजन युवाओं में देशभक्ति और विकास के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सफल रहा।
प्रतियोगिता के विजेता और प्रमुख विषय
इस चित्रकला प्रतियोगिता में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों ने भाग लिया। प्रथम स्थान मनशिका सिंह चौहान (राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट) ने प्राप्त किया, जबकि द्वितीय स्थान सौरभ यादव (राजस्थान विश्वविद्यालय) और तृतीय स्थान अंजलि रॉय (कानोड़िया पीजी महिला कॉलेज) को मिला। प्रतिभागियों ने अपनी कलाकृतियों में विकसित भारत के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया:
- मेट्रो प्रोजेक्ट और रैपिड रेल द्वारा बेहतर कनेक्टिविटी
- वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी आधुनिक परिवहन व्यवस्था
- एआई, इकोनॉमिक ग्रोथ और सोलर एनर्जी के क्षेत्र में प्रगति
- चंद्रमा पर भारत की ऐतिहासिक लैंडिंग
- महिला शिक्षा, सशक्तिकरण और ग्रामीण उत्थान
प्रतियोगिता का महत्व और प्रभाव
इस प्रतियोगिता ने युवा कलाकारों को अपनी रचनात्मकता और देशभक्ति प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान किया। छात्रों ने अपनी कलाकृतियों के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत” के विजन को प्रस्तुत किया। इस आयोजन ने न केवल कला के प्रति रुचि बढ़ाई, बल्कि युवाओं में देश के विकास के प्रति जागरूकता भी पैदा की।
आयोजन की विशेषताएँ और प्रतिक्रियाएँ
केंद्र की अतिरिक्त महानिदेशक अलका मीणा ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। जूरी सदस्यों में जेपी मीणा, राजेंद्र प्रसाद और पंकज यादव शामिल थे। दर्शकों ने छात्रों के जोश और कलात्मक अभिव्यक्ति की सराहना की। यह प्रतियोगिता युवा पीढ़ी में रचनात्मक
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