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जामताड़ा पुलिस ने ठगी करने वाले गिरोह को पकड़ा: दूसरों की जमीन-घर

  • Rupesh 
  • Jharkhand
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जामताड़ा पुलिस ने ठगी करने वाले गिरोह को पकड़ा: दूसरों की जमीन-घर

जामताड़ा पुलिस ने एक बड़े ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है जो घर और जमीन बेचने के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी कर रहा था। देवघर जिले के एक सेवानिवृत्त ईसीएल कर्मचारी के बेटे से 89 लाख रुपये की ठगी के मामले में पुलिस ने छापेमारी कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को गुप्त सूचना मिलने के बाद एक विशेष टीम गठित की गई थी। जांच में पता चला कि ठगी की रकम को आरोपियों ने आपस में बांट लिया था। यह घटना स्थानीय अर्थव्यवस्था और लोगों के विश्वास पर गहरा असर डाल सकती है।

ठगी का तरीका और गिरफ्तारी की कार्रवाई

जामताड़ा के एसपी राजकुमार मेहता के अनुसार, घर खरीदने के इच्छुक मुकेश रवानी इस गिरोह के संपर्क में आए थे। गिरोह ने उनसे 89 लाख रुपये ठग लिए। पुलिस को 28 सितंबर को सूचना मिली कि यह गिरोह पटोदिया धर्मशाला के पास सक्रिय है। इसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की:

  • एक विशेष टीम का गठन किया गया
  • 28 और 29 सितंबर को छापेमारी की गई
  • सभी 6 नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया
  • पूछताछ में अभियुक्तों ने अपना अपराध स्वीकार किया

ठगी की रकम का बंटवारा

जांच में पता चला कि ठगी की रकम को आरोपियों ने अपने खातों में जमा करवाया और फिर आपस में बांट लिया। टुम्पा सर्खेल के खाते में 84 लाख और जिसु सरकार के खाते में 5 लाख रुपये जमा किए गए। इसके बाद इस रकम को निम्न प्रकार से बांटा गया:

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गिरफ्तार आरोपियों का विवरण

पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें शामिल हैं:

  • जिसु सरकार (27 वर्ष, कायस्थपाड़ा निवासी)
  • विक्रम महतो (39 वर्ष) और घनश्याम महतो (59 वर्ष), दोनों सिमलबेडिया निवासी
  • पंचानन्द दास (51 वर्ष, पाण्डेडीह निवासी)
  • टुम्पा सर्खेल (40 वर्ष) और परिमल कुमार उर्फ परिमल बाउरी (41 वर्ष), दोनों राजपल्ली निवासी

सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। यह मामला जामताड़ा थाना कांड संख्या 102/25, दिनांक 11 अगस्त 2025 से संबंधित है। इस तरह के ठगी के मामलों से आम लोगों में डर और अविश्वास का माहौल पैदा हो सकता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से अपरा

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