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ज्वालामुखी मंदिर पहुंचा 21 भक्तों का जत्था: हाथों, कंधों, सिर पर थामे

  • Anurag 
  • Himachal
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ज्वालामुखी मंदिर पहुंचा 21 भक्तों का जत्था: हाथों, कंधों, सिर पर थामे

नवरात्रि के अवसर पर राजस्थान के नीमराना उपखंड के घिलोट गांव से 21 भक्तों का एक जत्था ज्वालामुखी मंदिर पहुंचा। जत्थे के प्रमुख कृष्ण भगत ने अपने हाथों, कंधों और सिर पर अखंड ज्योतियां धारण कर माता के चरणों में अर्पित कीं। यह यात्रा 17 साल पहले मां ज्वाला के स्वप्न दर्शन से प्रेरित थी। इस विशेष अवसर पर मंदिर प्रशासन ने विशेष व्यवस्थाएं की थीं। नवरात्रि के दौरान देशभर से हजारों श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं, जिससे यहां की आध्यात्मिक गतिविधियां बढ़ गई हैं।

कृष्ण भगत की अद्भुत श्रद्धा यात्रा

कृष्ण भगत ने बताया कि 17 साल पहले मां ज्वाला ने उन्हें स्वप्न में दर्शन दिए थे। उन्होंने कहा, “मां ने कई सालों तक मुझे आशीर्वाद दिया और उसी मुराद को पूरा करने के लिए मैं अखंड ज्योतियां लेकर मंदिर पहुंचा हूं।” भगत के अनुसार, मां ज्वाला हर सच्चे भक्त की मनोकामना पूरी करती हैं और समय आने पर स्वयं दर्शन भी देती हैं।

  • 21 भक्तों का जत्था राजस्थान से आया
  • कृष्ण भगत ने अखंड ज्योतियां अर्पित कीं
  • 17 साल पहले मिला था मां का स्वप्न दर्शन
  • मंदिर प्रशासन ने की विशेष व्यवस्था

जत्थे की आगे की यात्रा

ज्वालामुखी मंदिर से यह जत्था अब चिंतपूर्णी माता, कांगड़ा नगरकोट माता, वैष्णो देवी (जम्मू-कश्मीर), शिव खोली धाम और हरिद्वार नीलकंठ होते हुए वापस राजस्थान लौटेगा। जत्थे में शामिल भक्तों ने कहा कि मां ज्वाला के दर्शन उनके लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव है।

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नवरात्रि पर मंदिर में बढ़ी भक्तों की भीड़

नवरात्रि के कारण ज्वालामुखी मंदिर में देशभर से हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। अलग-अलग स्थानों पर भंडारे आयोजित किए जा रहे हैं और मंदिर प्रशासन व पुलिस व्यवस्था बनाए रखने में जुटी है। मां ज्वाला की सदियों से प्रज्ज्वलित ज्योतियां भक्तों के लिए विशेष महत्व रखती हैं। मंदिर प्रशासन ने बढ़ती भीड़ को देखते हुए सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा है ताकि सभी श्रद्धालु शांतिपूर्वक दर्शन कर सकें।

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