खारुन नदी में बहा 7वीं कक्षा का छात्र: 48 घंटे खोजने
छत्तीसगढ़ के कुम्हारी में एक दुखद घटना सामने आई है। शनिवार दोपहर को 13 वर्षीय गजेंद्र पटेल अपने दोस्तों के साथ खारुन नदी में नहाने गया था। नहाते समय वह अचानक गहरे पानी में चला गया और डूब गया। 48 घंटे बीत जाने के बाद भी उसका कोई पता नहीं चल पाया है । SDRF की टीम लगातार तलाश कर रही है, लेकिन नदी का तेज बहाव और गहरा पानी रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा बन रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं हर साल होती हैं, फिर भी प्रशासन की ओर से पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं किए जाते।
घटना का विवरण और रेस्क्यू ऑपरेशन
शनिवार दोपहर करीब 3 बजे गजेंद्र पटेल अपने 3-4 दोस्तों के साथ घूमने निकला था। वे खारुन नदी के अटारी एनीकट पहुंच गए, जहां सभी ने नहाने की सोची। गजेंद्र जैसे ही गहरे पानी में गया, अचानक डूबने लगा। उसके दोस्तों ने बचाने की कोशिश की, लेकिन तेज बहाव के कारण वे उसे बाहर नहीं निकाल पाए।
- घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची
- SDRF की टीम को बुलाया गया
- रविवार सुबह से सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया
- गोताखोरों और नावों की मदद से तलाश जारी
रेस्क्यू में आ रही चुनौतियां
SDRF के अधिकारी नागेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि नदी का बहाव काफी तेज है। संभव है कि बच्चे की बॉडी 30 से 40 किलोमीटर तक बह गई हो। गहरे पानी के कारण रेस्क्यू टीम को कठिनाई हो रही है। थाना प्रभारी योगेंद्र वर्मा ने कहा कि 48 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बावजूद अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।
स्थानीय लोगों की चिंता और सुरक्षा उपायों की कमी
स्थानीय लोगों का कहना है कि खारुन नदी में आए दिन बच्चे और युवक नहाने पहुंच जाते हैं। यहां चेतावनी बोर्ड लगे होने के बावजूद कोई ध्यान नहीं देता। हर साल इस तरह की डूबने की घटनाएं होती हैं। लोगों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं किए जाते, जिसके कारण ऐसी दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
स्रोत: लिंक
