समस्तीपुर में शिक्षक ने बच्चों किया जागरूक: दुर्गा पूजा मेला में भीड़
बिहार के समस्तीपुर जिले में एक शिक्षक ने दुर्गा पूजा मेले में बच्चों की सुरक्षा के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया है। प्राथमिक कन्या विद्यालय मालदह के शिक्षक बैद्यनाथ रजक ने एक गीत तैयार किया है जो बच्चों को भीड़ और भगदड़ से बचने की सीख देता है। “भीड़ और भगदड़ से खुदको बचाना, मेला जब जाना” नाम का यह गीत सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस पहल को लोगों द्वारा काफी सराहा जा रहा है, क्योंकि यह बड़े त्योहारों के दौरान बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद कर सकता है।
शिक्षक का अभिनव प्रयास
बैद्यनाथ रजक, जो हसनपुर प्रखंड के प्राथमिक कन्या विद्यालय मालदह में पढ़ाते हैं, ने बच्चों की सुरक्षा के लिए एक नवीन तरीका अपनाया है। उन्होंने एक गीत तैयार किया है जो बच्चों को मेले में सुरक्षित रहने के तरीके सिखाता है। यह गीत विशेष रूप से दुर्गा पूजा जैसे बड़े त्योहारों के दौरान प्रासंगिक है, जहां भीड़ के कारण बच्चे अक्सर अपने माता-पिता से बिछड़ जाते हैं।
- गीत का मुख्य संदेश भीड़ और भगदड़ से बचना है
- सोशल मीडिया पर गीत तेजी से वायरल हो रहा है
- शिक्षक की इस पहल की व्यापक प्रशंसा हो रही है
- यह गीत बच्चों और अभिभावकों दोनों के लिए जागरूकता फैला रहा है
गीत का प्रभाव और महत्व
रजक का यह गीत न केवल बच्चों को सीख दे रहा है, बल्कि अभिभावकों को भी जागरूक कर रहा है। यह गीत बड़े आयोजनों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के महत्व पर प्रकाश डालता है। इसके अलावा, यह शिक्षा के क्षेत्र में रचनात्मक तरीकों के उपयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
शिक्षक का पिछला योगदान
यह पहली बार नहीं है जब बैद्यनाथ रजक ने इस तरह की पहल की है। वे पहले भी विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर गीतों के माध्यम से जागरूकता फैलाते रहे हैं। उनका यह नया प्रयास उनके पिछले कार्यों की निरंतरता है, जो दर्शाता है कि वे शिक्षा को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रखते, बल्कि इसे व्यावहारिक जीवन से जोड़ने का प्रयास करते हैं।
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